लोभ -31-Jan-2025
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 31/01/2025
लोभ
लोभ हृदय को जलाकर
राख़ कर देता है
बची हुई इंसानियत को
ख़ाक कर देता है।
लालच से इंसान
पागल सा हो जाता है,
करता करम अपने गंदे
परेशान सा हो जाता है।
लालच भर जाता जीवन में
कुछ सुझाई नहीं देता है।
घुट-घुट कर मरता रहता,
कुछ दिखाई नहीं देता है।
धन, दौलत, यश का लोभ,
हर रिश्ते पर पड़ता क्षोभ।
लोभ से पीड़ा बढ़ती है,
जीने फिर कहां देती है।
लोभ से मानव प्रकाश खो देता है,
अंधकार में जीता और अंधकार में ही मरता है।।
शाहाना परवीन'शान'...✍️
hema mohril
26-Mar-2025 05:08 AM
amazing
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kashish
03-Feb-2025 05:18 AM
v nice
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madhura
01-Feb-2025 03:42 AM
v nice
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